क़ालीबाफ़ ने इस्लामी सहयोग संगठन के सदस्य देशों की अंतरसंसदीय युनियन की बैठक में जो सोमवार को वेबीनार के रूप में आयोजित हुई कहा कि इस्लाम से दुश्मनी की भावना इस्लामी देशों के लिए ख़तरे पैदा कर रही है।
उन्होंने कहा कि इन चुनौतियों से निपटने के लिए सबसे पहले ज़रूरी है कि इस्लामी देश एकजुट हों और इन हरकतों का मुक़ाबला करने के लिए तैयार हो जाएंगे।
मुहम्मद बाक़िर क़ालीबाफ़ ने स्वेडन, डेनमार्क और फ़्रांस में क़ुरआन का बार बार अनादर किए जाने की घटनाओं से ज़ाहिर होता है कि पश्चिमी दुनिया मानवाधिकार के मसले में दोहरे मापदंड पर चल रही है और इस्लाम के ख़िलाफ़ नफ़रत फैला रही है।
उन्होंने कहा कि बहुत से साक्ष्य हैं कि ज़ायोनी नेटवर्क इन घटनाओं में लिप्त है।